Deep Jagdeep
Gender | Male |
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Industry | Communications or Media |
Occupation | पत्रकार व लेखन |
Location | लुधियाना, पंजाब, India |
Introduction | ये ब्लाग मेरी आवारगी को 21वीं सदी के सबसे सशक्त माध्यम के जरिए जग जाहिर करने का बस एक ढंग मात्र है। अगर पूछेंगे कि इस आवारगी का कारण क्या है तो आप मुझ से आसमान की ॐचाई, समंदर की गहराई, तारों की गिनती और हर वो चीज पूछना चाहते हैं, जिसका जवाब आप खुद नहीं जानते हैं। जाहिर है मैं भी नहीं जानता हूं। बस कोई तलाश है, पूरी होगी भी या नहीं, मैं ये भी नहीं जानता। जिस दिन पता चलेगा सबसे पहले आप को ही बताउंगा,बस फिलहाल यही कह सकता हूं: मेरी कविता बस एक चुप चुप चां भीङ च खाली तुरेआ जादां जेहन उथल पुथल दीवारां छत मेज़ कुर्सियां बस चुप ही चुप चुप तनहाई चुप है दर्द चुप हंझू ते अक्खां चुप आखिर कलम वी बिलकुल चुप... (कविता दी तलाश) |
Interests | लिखना, पढ़ना और अदाकारी |
Favorite Movies | सरकार, देवदास, रंग दे बसंती |
Favorite Music | सूफी, गज़लें और पंजाबी लोक संगीत |
Favorite Books | कलाम़ बुल्ले शाह शिव कुमार बटालवी और गुलज़ार की रचनाएं |