शशि कान्त त्रिगुण
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- ॥जीवन विचार॥
Gender | Male |
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Occupation | jurnlism |
Location | varanasi, u p, India |
Links | Audio Clip |
Introduction | होने से अधिक,होने की प्रमाणिकता जरूरी समझी जाने लगी है। मैं आपको अपने बारे में इसलिए बताना चाहता हूं कि मैं हूं। क्यों कि मैं हूं इसलिए मेरा ‘परछाईं’ है। मेरा ‘परछाईं’ मेरे होने का दस्तावेजी प्रमाण है। पेशे से एक पत्रकार हूं। यूनाइटेड भारत और आज अखबार से अलग होने के बाद डीएलए (दिल्ली) से जुड़ चुका हूं। स्वभाव से लेखकीय राह का बेमंजिल मुसाफिर हूं। चूकि मैं दिखाऊ नहीं हूं। इसलिए बिकाऊ भी नहीं हूं। हो सकता है, बाजार की सोच समय के साथ और भी बदल जाय। इसलिए बाजारू सोच से बेफिक्र हूं। मैं आपकी नजरों की गंभीरता में ही अपनी सोच और विचारों की कीमत आंकता हूं। |
Interests | reading nd writing |
Favorite Music | etna tutaa hoon by ghulam ali |
Favorite Books | nirmala by pramchand |