poonam
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Industry | Law |
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Occupation | Advocacy |
Location | Durg, C.G., India |
Introduction | रघुवीर सहाय की यह पंक्तियाँ बरबस याद हो आती हैं- कुछ तो होगा कुछ तो होगा अगर मैं बोलूँगा न टूटे न टूटे तिलस्म सत्ता का मेरे अंदर का एक कायर टूटेगा टूट मेरे मन टूट अब अच्छी तरह टूट झूठ मूठ अब मत रूठ |
Favorite Music | गुलाम अली |
Favorite Books | अनामदास का पोथा, जंगल, मुक्तिबोध की प्रतिनिधि कविताऐं, समुद्र पर हो रही है बारिश और किताबें ही किताबेंा |