poonam

My blogs

Blogs I follow

About me

Industry Law
Occupation Advocacy
Location Durg, C.G., India
Introduction रघुवीर सहाय की यह पंक्तियाँ बरबस याद हो आती हैं- कुछ तो होगा कुछ तो होगा अगर मैं बोलूँगा न टूटे न टूटे तिलस्म सत्ता का मेरे अंदर का एक कायर टूटेगा टूट मेरे मन टूट अब अच्छी तरह टूट झूठ मूठ अब मत रूठ
Favorite Music गुलाम अली
Favorite Books अनामदास का पोथा, जंगल, मुक्तिबोध की प्रतिनिधि कविताऐं, समुद्र पर हो रही है बारिश और किताबें ही किताबेंा