टिपौती लाल "झारखण्डी"
Gender | Male |
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Industry | Student |
Occupation | भेड़ चराना |
Introduction | जब से लालु जी ने चरवाहा बिद्यालय खोला तब से हमारे बच्चे कहने लगा कि बाबा अब आप भी पढ लिजिए। हमारा पेशा तो भेड़ चराना है। लेकिन बच्चों का बात टाल नही सके और बिद्यालय मे भर्ती हो गये और अब दुनो काम करते है। भेड़ भी चराते हैं बंसी भी बजाते हैं और पढ़ते भी हैं। हमने भेड़ चराने मे मास्टर डिग्री लिया है। अब पीएचडी कर रहे हैं। हमारे गाईड लालु जी हैं। बहुत भेजा मारी का सब्जेक्ट ले लिए पीएचडी मा, अब भेड़ी के गोबर से गोईठा कैसे ईको फ़ेन्डली बनता है। इस पर हमारा शोध कार्य चल रहा है। जब हम अपने गाईड से कुछ पुछते है, तो हमे लैब (गोठान) में भेज देते है। अपनौ निक्कर पहिन के गोईठा रिसर्च करने लगते है और हमे भी फ़ंसा देते है। लेकिन इनका गोईठा का कीमत जियादा है। बड़-बड़े आई ए एस आउर आई पी एस गिराहिक हैं, तो हम अभी इसी रिसर्च मा लगे हैं। पुरा होते ही आपको भुंजवा खिलाएंगे बढियां ईको फ़्रेन्डली गोईठा मे भुन के। कभी उहा से टैम मिलता है तो टिपियाने चले आते है। बस इतना सा परिचय है हमारा। पीएचडी मा तनिक हेल्प किजिएगा। आपका आभारी रहुंगा। |