Kaukab

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Gender Male
Location India
Introduction कौकब.... नाम अजीब सा है... या शायद अलग सा है. इन्सान भी हम कुछ अलग से हैं. सुस्त..... लापरवाह....बेफिक्र.... और यारबाज़. ओह.... एक खासियत तो छूट ही गयी....'आवारगी'. आवारगी हमारे मिज़ाज में कूट कूट कर भरी है..... मगर वो आवारगी नहीं जिस बारे में गली-मोहल्ले की औरतें मुंह पर हाथ रख कर बातें करती हैं....! आवारा होना बहोत मुश्किल काम है... और एक ज़माने में दुनिया का एक बड़ा हिस्सा आवारा होने को बड़ी इज्ज़त देता था. ....मगर अब हर minority की तरह समाज में हमारी भी कोई इज्ज़त नहीं है. आज कल दोनों...या यूं कहूं तीनो minority में हैं.... आवारगी भी..... यारबाज़ भी...... और कौकब साहब भी!