व्यक्तित्व

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Location सरदार शहर, राजस्थान, India
Introduction अनादि-अनन्त है जगत का चक्र! यहां कितने आए और कितने गए, उनकी इयत्ता परिगणित नहीं की जा सकती। किन्तु नररत्न भी यदा-कदा इस धरा-धाम पर आते हैं, जो अपने विलक्षण व्यक्तित्व और कृत्तित्व से ऐसे इतिहास का सर्जन कर जाते हैं, जिनमें प्रेरणा-स्फुलिंग विस्फुरित होते रहते हैं। ऐसे ही एक आदर्श व्यक्तित्व श्री मिलाप दूगड़ सरदारशहर के एक प्रतिष्ठित और आस्थाशील परिवार से आते हैं। इनके पूज्य पिताजी श्री कन्हैया लाल दूगड़ (स्वामी श्री रामशरणजी महाराज) ने गांधी विद्या मंदिर की स्थापना के समय विश्वविद्यालय का जो स्वप्न देखा था, श्री मिलाप के अदम्य उत्साह, अनवरत श्रम और बुद्धिप्रकर्ष के फलस्वरूप आज वह साकार रूप धारण कर चुका है आएएसइ विश्वविद्यालय के रूप में। श्री दूगड़ विश्वविद्यालय के कुलपति होने के साथ-साथ वरिष्ठ कवि व साहित्यकार भी हैं। उनके विचार व अनुभव पत्र-पत्रिकाओं से आते रहते हैं। इस ब्लॉग के माध्यम से उनकी रचनाएं व उनके विचारों से एक व्यापक पाठक समूह भी रू-ब-रू हो सकेगा। यहां उनकी रचनाओं व उनके निजी अनुभवों और विचारों को हम प्रकाशित करेंगे। - ब्लॉग संपादक